आपकी ज़ुल्फ़ अगर खुल के बिखर जाये तो अच्छा है प्रभाकर की तक़दीर सँवर जाये तो अच्छा है जिस तरह से थोड़ी सी ज़िन्दगी तेरे साथ कटी है ...
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